दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Deen Dayal Upadhyay University of Gorakhpur) के भूगोल विभाग (Geography Department)
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Deen Dayal Upadhyay University of Gorakhpur) के भूगोल विभाग (Geography Department)
इलाहाबाद : देश के इतिहास व भूगोल का अध्ययन हर नागरिक को करना चाहिए। इस दृष्टि से भूगोल जैसे विषय को दूरस्थ शिक्षा से अलग रखना न्यायसंगत नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने भूगोल विषय को स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर (Bachelor and postgraduate level) पर लागू करने का निर्णय लिया गया। अभी तक विश्वविद्यालय में यह विषय नहीं पढ़ाया जाता था। राजर्षि टंडन मुक्त विश्ववद्यिालय (Rajshree Tandon Open University) के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने बताया कि भूगोल की शिक्षा से वंचित वर्ग तक पहुंचाना विश्वविद्यालय का ध्येय है। भूगोल विषय में ही समय व स्थान का बोध कराया जाता है। जिसको समय और स्थान का बोध हो गया वह स्थितप्रज्ञ है।भूगोल के पाठ्यक्रम को लेकर आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि स्नातक स्तर पर भूगोल विषय में सामान्य जानकारी एवं स्नातकोत्तर स्तर पर विशेषज्ञता पर बल देना चाहिए। इस कार्यशाला में दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Deen Dayal Upadhyay University of Gorakhpur) के भूगोल विभाग (Geography Department) के अध्यक्ष प्रो. एसकेसिंह, डॉ. एनके राणा, नेशनल एसोशिएशन आफ ज्याग्राफर्स इंडिया (नागी) के पूर्व अध्यक्ष प्रो. जगदीश सिंह, सिद्धार्थनगर विश्वविद्यालय से डॉ. एसएन सिंह, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से प्रो. अरुण सिंह, इलाहाबाद विश्वविद्यालय से भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रो. एसएस ओझा, प्रो. बीएन सिंह, प्रो. मनोरमा सिन्हा, प्रो. आलोक दूबे, प्रो. एआर सिद्दीकी, डॉ. कैलाश सिंह, डॉ. अरुण सिंह एवं आगरा विश्वविद्यालय से राजकुमार ने भाग लिया। अतिथियों का स्वागत समाज विज्ञान विद्याशाखा के प्रभारी प्रो. सुधांशु त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर छात्र व शिक्षक मौजूद रहे।
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Deen Dayal Upadhyay University of Gorakhpur) के भूगोल विभाग (Geography Department)
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March 15, 2018
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